देहरादून। आयुष नगर ऋषिकेश निवासी प्रशांत ने साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन में शिकायत की कि अज्ञात लोगों द्वारा उन्हें कॉल कर KFC का Employee बनकर शिकायतकर्ता को KFC की झूठी FRANCHISEE देने के नाम पर ऑनलाईन कुल 24,30,500/- रुपये धोखाधड़ी की गयी । जिसके आधार पर साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन देहरादून पर मु0अ0स0 03/2023 धारा 420 ,120बी भादवि व 66 आईटी एक्ट का अभियोग पंजीकृत किया गया । जिसकी विवेचना निरीक्षक त्रिभुवन रौतेला के सुपुर्द की गयी । अभियोग की विवेचना के दौरान यह भी संज्ञान में आया कि अभियुक्त गण द्वारा गैंग के रूप में कार्य कर फेक वैबसाईट बनाकर फ्रैन्चाईज़ी देने के नाम पर सम्पूर्ण भारत के भिन्न-भिन्न राज्यो में धोखाधड़ी की जा रही है, जिस सम्बन्ध में अन्य राज्यों से शिकायतों के लिंक भी प्राप्त हुए हैं । उक्त अभियोग के अनावरण हेतु विवेचक निरीक्षक श्री त्रिभुवन रौतेला के नेतृत्व में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एस0टी0एफ0 द्वारा एक पुलिस टीम का गठन किया गया । उक्त टीम द्वारा देश के विभिन्न राज्यो में अभियुक्तो की गिरफ्तारी हेतु लगातार दबिश दी गयी तथा अभियुक्तो के सम्बन्ध में सूचना संकलित की गयी तो जानकारी प्राप्त हुयी कि उक्त घटना को कारित करने वाले अभियुक्तगण को वर्तमान में छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा अपने यहाँ पंजीकृत अभियोग में गिरफ्तार किया गया । तथा उक्त अभियुक्त गण के विरुद्व अभियोग पंजीकृत होने के कारण अभियुक्त वर्तमान में सैन्ट्रल जेल दुर्ग छत्तीसगढ़ में निरुद्व होना पाया गया । जिस पर विवेचक द्वारा मुकदमा उपरोक्त में अभियुक्त गण की संलिप्ता के आधार अभियुक्त गण के विरुद्व वारंट बी प्राप्त किया गया । तथा अभियुक्त गण को सैन्ट्रल जेल दुर्ग छत्तीसगढ़ से लाकर न्यायिक अभिरक्षा रिमाण्ड प्राप्त कर जिला कारागार देहरादून में दाखिल किया गया । वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एस0टी0एफ0 आयुष अग्रवाल ने बताया कि अभियुक्त गण के नाम सूरज कुमार पुत्र रामप्रवेश प्रसाद व रामप्रवेश प्रसाद पुत्र रोही महतो निवासी भवानी बीघा, वारिसलीगंज, जिला नवादा बिहार हैं। इनको वारंट बी पर दुर्ग छत्तीसगढ़ से लानी वाली पुलिस टीम में निरीक्षक त्रिभुवन रौतेला , उ0नि0 राहुल कापड़ी, हे0का0 श्रवण कुमार
व कानि0 हरेन्द्र भण्डारी शामिल हैं।