चारधाम मंदिर परिसरों के 50 मीटर के दायरे में वीडियोग्राफी व रील्स बनाने पर पूर्णत प्रतिबंध लगाए जाने के बाद भी धाम पहुंचे रहे लोग नियमों का उल्लंघन करने से बाज नहीं आ रहे। पुलिस प्रशासन ऐसा करने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध लगातार कार्रवाई कर रही है। बता दें थाना बदरीनाथ पुलिस की ओर से गुरुवार को श्रीसा बदरीनाथ धाम मंदिर परिसर में रील व इंटरनेट मीडिया कंटेंट बनाने वाले 37 तीर्थयात्रियों का पुलिस ने चालान कर दोबारा ऐसा न करने की हिदायत दी गई। धाम में रील बनाने वाले व्यक्तियों पर पुलिस की पैनी नजर बनी हुई है।
वहीं लगातार फर्जी रजिस्ट्रेशन मिलने पर पुलिस गंभीरता से जांच कर रही है।
रुद्रप्रयाग: चेकिंग के दौरान केदारनाथ धाम की यात्रा पर आ रहे यात्रियों के पास से फर्जी पंजीकरण मिलने पर यात्रियों द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर पुलिस ने वीरवार को एक और मामला दर्ज किया। अब तक जनपद में कुल 10 मुकदमे दर्ज किए गए हैं। लगातार फर्जी रजिस्ट्रेशन मिलने पर पुलिस भी सतर्क हो गई है और गंभीरता से जांच कर रही है।
केदारनाथ धाम के दर्शनों को आ रहे यात्रियों के रजिस्ट्रेशन को लेकर पुलिस का चेकिंग अभियान जारी है। जवाड़ी बाईपास चौकी पर ऋषिकेश से पहुंच रहे वाहनों में यात्रियों के पंजीकरण को पर्यटन विभाग की टीम के स्तर से नियुक्त स्कैन करने वाले कार्मिकों द्वारा चेक किया जा रहा है।
इस दौरान यात्रियों के एक समूह द्वारा दिखाई गई रजिस्ट्रेशन में दी गई तिथि और उक्त रजिस्ट्रेशन की वास्तविक तिथि में अंतर आया। यात्रियों से पूछताछ की गई तो उन्होंने हरिद्वार से रजिस्ट्रेशन करवाने की बात कही। इन यात्रियों को कोतवाली रुद्रप्रयाग लाया गया। इनमें से कानू बनिक निवासी ग्राम जोयनगर, पो. विरेन्द्र नगर, थाना जिराना, जिला प. त्रिपुरा, त्रिपुरा ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह 10 लोगों का समूह केदारनाथ यात्रा पर आया था। बुधवार को वह हरिद्वार रेलवे स्टेशन के निकट कमला ट्रैवल्स में गए और केदारनाथ धाम जाने के लिए गाड़ी बुक करायी और 10 लोगों के रजिस्ट्रेशन कराए। इसकी एवज में उन्होंने कुल 25 हजार रुपये भी दिए।